नरेन्द्र मोदी का कोई सानी नहीं
प्रदीप सरदाना
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भाजपा की शानदार और बेमिसाल जीत
ने उन सभी लोगों को करारा जवाब दे दिया है जो सुबह सवेरे से लेकर देर रात तक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोसते नहीं थकते थे. कुछ लोग तो मोदी के खिलाफ झूठी
बातें और अपशब्द बोलते बोलते मानसिक दिवालियापन तक का शिकार हो गए थे. ऐसे लोग
मोदी जी के काम और उनकी अच्छी नीतियों से इतने भयभीत थे कि इनके सपने में भी मोदी
ही आते थे. लेकिन आज उन सभी गिने चुने मोदी विरोधियों को एक बार फिर यह अहसास हो
गया कि मोदी का कोई मुकाबला नहीं. ऐसे सभी मोदी विरोधियों की सोच जहाँ ख़त्म होती
है सही मायने में नरेंद्र मोदी की सोच वहां से शुरू होती है. यह जीत सही मायने में
लोकतंत्र की जीत के साथ प्रधानमंत्री मोदी की जीत है. इस जीत ने साबित कर दिया कि
लोगों ने जात पात और धर्म से ऊपर उठकर वोट दिया है. यहाँ तक मुस्लिम. यादव और दलित
बहुल वाले क्षेत्रों में भी लोगों ने भाजपा को जमकर वोट दिया है. जो यह बताता है
कि प्रधानमंत्री मोदी के पिछले करीब पौने तीन बरस के कामकाज, विकास और उनकी
नीतियों को जनता ने बहुत पसंद किया है. लोगों को विश्वास है कि मोदी देश के लिए जो
भी कर रहे हैं वह अच्छा कर रहे हैं और आगे भी अच्छा करेंगे. मोदी की नोटबंदी की
नीति हो या पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक का कदम, तीन तलाक पर भाजपा का मत हो या जी एस टी
लाने का मामला सभी जनता को पसंद आ रहे हैं. उधर भारतीय सेना के गौरव पर संदेह करके
सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगने वाले और पहले पंजाब और गोवा और फिर गुजरात जीतने
का दावा करने वाले केजरीवाल सहित अपने जीते जी खुद अपने बुत लगवाने वाली मायावती
को तो जनता ने साफ़ शब्दों में बता दिया है कि दूसरों के लिए खड्डे खोदने वाले
अक्सर खुद ही उसमें गिर जाते हैं. जल्द होने वाले दिल्ली के नगर निगम चुनावों में
भी केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी का क्या हश्र होगा उसके संकेत भी सभी को मिल
गए हैं. उत्तरप्रदेश को अपराध नगरी और अपने परिवार की पहलवानी का अखाड़ा बना चुके
मुलायम सिंह यादव, जो राज्य में महिलाओं के साथ बलात्कार होने पर कहते थे कि –लड़कों से गलती हो
जाती है तो इसका मतलब यह नहीं कि उन्हें फांसी दे दो. उन मुलायम को भी जनता ने बता दिया कि वोटर से पांच साल पहले जो गलती हुई थी अब वह गलती
फिर नहीं होगी. मुलायम के बडबोले सिपाहसलार आज़म खान को भी आज जनता ने उनकी हैसियत
दिखा दी कि वह क्या हैं और नरेंद्र मोदी क्या हैं. सच आज नरेंद्र मोदी का कोई सानी
नहीं. मोदी की लोकप्रियता, उनके साहस, उनके देश प्रेम, उनकी ईमानदारी, उनकी कर्मठता, उनकी समझदारी और
देश को विश्व में सर्वोपरि बनाने के उनके सपनों के सामने आज कोई भी नेता दूर दूर
तक नहीं ठहरता. उम्मीद है इस विशाल जीत के बाद देश और राज्यों में अच्छे कार्य और
भी तेजी से हो सकेंगे साथ ही उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की तस्वीर भी उज्ज्वल होगी.
प्रदीप सरदाना
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